Deepak Sungra - indoreexpress.com 26-May-2018 04:33 am
इंदौर (सुरेश कपोनिया)।
पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के विरोध में कांग्रेस द्वारा शनिवार को एक बार फिर प्रदर्शन किया गया। गांधी हॉल से कलेक्टोरेट तक निकाली गई जन आक्रोश रैली में ठेलागाड़ी, तांगा, बैलगाड़ी, साइकिल आदि पर सवार होकर कांग्रेसियों ने भाजपा सरकार के विरोध में नारे लगाए। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसी विरोध स्वरूप पीएम और सीएम के वादों की पोल खोलती तख्ती भी लेकर चल रहे थे।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने तेल कीमतों में हो रही वृद्धि को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि अब नौबत आ गई है कि बैलगाड़ी और साइकिल की सवारी की जाए। प्रदर्शन के दौरान मप्र कांग्रसे कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ठेलागाड़ी खिचते हुए चल रहे थे।
सबके साथ विश्वासघात हुआ
कांग्रेसियों का कहना है कि भाजपा के लोग लोग चाल, चरित्र और चेहरा अलग होने का दावा करते थे लेकिन इन्होंने अपने ही सिद्धांतों की धज्जियां उड़ा दीं। देश में अविश्वास, भय और हिंसा का माहौल है, हर वर्ग परेशान है। किसान, युवा, व्यापारी सबके साथ विश्वासघात हुआ है। भाजपा विपक्ष में रहते हुए मंहगाई को लेकर तमाशा करती थी, आज देखिए कि पेट्रोल और डीजल की कीमत कहां पहुंच गई, आम लोगों की जेब पर डाका डाला जा रहा है लेकिन भाजपा के नेताओं के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
लोन के लिए भरवाया था फार्म
पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी के खिलाफ कांग्रेस लगातार प्रदर्शन कर रही है। इससे पहले कांग्रेस ने भाजपा सरकार की दीनदयाल योजना सहित अन्य योजनाओं में पेट्रोल-डीजल खरीदने के लिए लोगों से लोन के फॉर्म भरवाए थे। लोन के फार्म भरवाते समय आमजन के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी जशोदा बेन के मुखौटे लगाए कार्यकर्ता भी थे, उन्होंने भी फॉर्म भरा था। कांग्रेसियों का कहना है कि लोगों से जो फार्म भरवाए गए हैं उन्हें प्रधानमंत्री और आरएसएस कार्यालय भिजवाए जाएंगे।
सांवेर में 27 को साइकिल रैली
पेट्रोल-डीजल और गैस के दाम में वृद्धि को लेकर पूर्व विधायक तुलसी सिलावट के नेतृत्व में 27 मई शाम 5 बजे मांगलिया से शिप्रा तक साइकिल यात्रा निकालकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। 28 मई को सांवेर में प्रदर्शन होगा।
मप्र सरकार वैट में करे कमी
पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करने के लिए नीति आयोग ने राज्य सरकारों को वैट में 10 से 15त्न तक की कटौती करने की सलाह दी है। यदि नीति आयोग की सलाह पर राज्य सरकार 10त्न भी वैट कम कर दे तो पेट्रोल पर सीधे 6.22 रु. प्रति लीटर की राहत मिल जाएगी और वैट केवल 11 रु. प्रति लीटर रह जाएगा। इसी तरह डीजल पर प्रति लीटर 5.89 रु. की राहत मिल जाएगी। साल 2017 के अप्रैल व मई में पेट्रोल-डीजल पर टैक्स से मप्र शासन को कुल 1041 करोड़ की आय हुई थी। जबकि इस साल इन दो माह में आय 1106 करोड़ हुई। यानी कीमत बढऩे से राज्य की आय प्रति दिन की 1.08 करोड़ रुपए बढ़ गई।