Deepak Sungra - indoreexpress.com 05-Sep-2018 04:43 am
इंदौर (सुरेश कपोनिया)।
लंबी कोशिशों के बाद भी जब निगम के बकायादारों ने राशि जमा करने में रुचि नहीं दिखाई तो निगम ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए सभी जोनों के 271 बकायादारों की सम्पत्ति नीलाम कर 4 करोड़ रुपए अपने खजाने में जमा किए। निगम की इस सख्ती का यह परिणाम निकला की बकायादार राशि जमा करने निगम के दरवाजे आने लगे। वहीं, कुछ बकायादार बचाव के लिए जोड़तोड़ में लग गए हैं। जोन स्तर पर भी सम्पत्तियों का लेखाजोखा तैयार हो रहा है। रसूखदारी के दम पर कोई 10 तो कोई 20 साल से टैक्स जमा नहीं कर शहरी सरकार को लाखों का चूना लगा रहे हैं। इन बकायादारों की अब आफत होना शुरू हो गई है। इनकी सम्पत्तियों की नगर निगम द्वारा एक-एककर नीलाम करना शुरू कर दिया है। एक-एक जोन स्तर पर सम्पत्तियों का लेखाजोखा तैयार कर इनकी नीलामी शुरू कर दी है। आंकड़ों की मानें तो निगम के 19 जोनों में 273 सम्पत्तियों की सार्वजनिक सूचना जारी कर नीलामी की गई थी। इसमें से करीब 100 से ज्यादा सम्पत्तियों से 4 करोड़ रुपए निगम के खजाने में जमा हो चुके हैं, जबकि 170 से ज्यादा सम्पत्तियों में अभी भी करीब पांच करोड़ की बकाया है। इसलिए निगम एक बार फिर सम्पत्तियों को नीलाम करेगा। इधर, सम्पत्तियों की नीलामी होते ही उसके कर्ताधर्ता दौड़े और राशि जमा करने की जुगाड़ लगाने में जुट गए। इनकी करोड़ों की प्रापर्टी के एवज में 10 प्रतिशत टैक्स अदा कर दिया गया है। इसमें बेशकीमती सम्पत्तियों को बचा लिया गया है। इसकी लापरवाही के बावजूद निगम में टैक्स जमा करवा लिया गया है और न ही कोई पेनल्टी लगाई गई है। निगम ने दो माह जुलाई व अगस्त में सम्पत्तियों की नीलामी कर दी। शुरूआती दौर में 272 प्रापर्टी की सूची तैयार की गई, जो सालों से निगम को टैक्स जमा नहीं कर रहे थे। इनकी नीलामी जोन स्तर पर की गई है। इसमें भी सबसे ज्यादा सम्पत्तियां जोन 3 में 56, जोन 7 में 27, जोन 8 में 53, जोन 10 में 31, जोन 18 में 38 सम्पत्तियां नीलाम की गई।ानिगम के अफसर बकायादारों के दरवाजे खटखटाते रहे, लेकिन उन्होंने टैक्स जमा कराने में रुचि नहीं दिखाई। नतीजतन टैक्स की राशि बढ़ती चली गई। ये रिकार्ड हर बार की तरह डम्प कर दिया जाता है। यही कारण है कि 50 हजार से ज्यादा बकायादारों की राशि का ग्राफ 1 अरब से ज्यादा पहुंच गया।
्र इनसे निगम को टैक्स की वसूली करना है। इसमें टैक्स पांच लाख रुपए बकाया है और सम्पत्ति की कीतम 50 लाख से डेढ़ करोड़ है। इन सम्पत्तियों पर सख्ती से कार्रवाई करने के उद्देश्य से प्रथम चरण में नीलामी की गई।
सतत चलेगा अभियान
निगम द्वारा राजस्व वसूली के तहत टैक्स बकायादारों के विरुद्ध सख्ती से कार्रवाई की जा रही है। इसमें सम्पत्तियों की दूसरी बार नीलामी की जाएगी। इसके साथ ही बकायादारों से वसूली के लिए अभियान लगातार चला रहे हैं।