Deepak Sungra - indoreexpress.com 06-Sep-2018 05:16 am
इंदौर (सुरेश कपोनिया)।
एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में सवर्ण वर्ग के आंदोलन ने तूल पकड़ लिया है। गुरुवार को देशव्यापी बंद के ऐलान के बीच मप्र के 35 से अधिक जिलों में पुलिस को हाईअलर्ट कर दिया गया है। इंदौर में बंद का मिलाजुला असर है। यहां प्रमुख बाजार बंद हैं जबकि अंदर के क्षेत्रों में सामान्य दिनों की तरह दुकानें खुली है। वहीं किसी अप्रिय स्थित से निपटने के लिए पुलिस तैनात है। संवेदनशील जिलों को पुलिस मुख्यालय ने अतिरिक्त फोर्स के तौर पर सशस्त्र पुलिस बल की 34 कंपनियां और 5000 प्रशिक्षित जवान उपलब्ध कराए हैं। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर भेजी गई फोर्स को भी जिलों में ही रहने के निर्देश दिए गए हैं। पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है।
एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ अहिल्या चेंबर ऑफ कामर्स ने भी अपना समर्थन दिया है। अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल ने बताया कि अहिल्या चेंबर के अंतर्गत आने वाले प्रमुख व्यापारिक संगठन दोपहर 2 बजे तक बंद रखे गए हैं। इसी तरह बंद को इंदौर अनाज तिलहन व्यापारी संघ ने भी समर्थन दिया है, जिसके तहत कृषि उपज मंडी, छावनी और संयोगितागंज मंडी पूरे दिन बंद रहेगी। वहीं दवा बाजार भी दोपहर 2 बजे तक बंद रहेगा। सीबीएसई स्कूलों की भी छुट्?टी कर दी गई है।
मुख्य बाजार बंद, अंदर सब चालू
इंदौर में अब तक बंद पूरी तरह शांतिपूर्ण और स्वैच्छिक है। बंद से सभी आवश्यक सेवाओं, स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल आदि को मुक्त रखा गया है। शहर के मुख्या बाजार जैसे कपड़ा मार्केट, सराफा, मारोठिया, खजूरी बाजार, सियागंज के साथ ही मुख्य मार्गों पर स्थित दुकानें बंद है। हालांकि मुख्य मार्ग को छोडक़र अंदर के क्षेत्रों में बंद का कोई असर नहीं है। अंदर के क्षेत्रों में दुकानें सामान्य दिनों की तरह खुली है। वहीं पेट्रोल पंप भी खुले है। रीगल तिराहे के आगे नए इंदौर में बंद का असर नहीं है, यहां स्थित सभी बड़े शोरूम और मॉल खुले हैं।
40 से अधिक संगठनों का भी समर्थन
सपाक्स समाज इंदौर इकाई के अध्यक्ष जगदीश जोशी व कार्यकारी अध्यक्ष सतीश शर्मा ने बताया कि भारत बंद के आव्हान के समर्थन में सपाक्स समाज द्वारा उठाए गए कदमों में शहर के 40 से अधिक समाजों व सभी प्रमुख व्यापारी संगठनों ने इस आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। बंद समर्थक सुबह रैली के रूप में निकले और कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया।
सुबह से बाजारों में स्वर्ण समाज के लोग सुबह से बाजार बंद करवाने के लिए निकल पड़े थे सभी ने शांति प्रिय ढंग से लोगों को अपने प्रतिष्ठान बंद करने को कहा।