Deepak Sungra - indoreexpress.com 21-Jul-2017 06:11 am
इंदौर (सुरेश कपोनिया)।
रात में घर पहुंचे बेटे ने खाना नहीं खाया और कमरे में जाकर सो गया। कुछ देर बाद मां खाना खाने के लिए उसे नींद से जगाने पहुंची तो बेटे का शव फांसी फंदे पर लटका हुआ था। उसके रिक्शा चालक बेटे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इसी प्रकार एक अन्य ने भी फांसी लगाकर मौत को गले लगा लिया।
पहला मामला परदेशीपुरा थाना क्षेत्र का है। पुलिस के अनुसार परदेशीपुरा निवासी जितेंद्र नामक युवक ने कल रात अपने घर में फांसी लगा ली। मामले की जांच में पुलिस को पता चला कि जितेंद्र रिक्शा चालक था। कल रात करीब वह नौ बजे घर पहुंचा और बिना खाना खाए अपने कमरे में सोने चला गया। कुछ देर बाद उसकी कमरे में पहुंची तो वह फांसी के फंदे पर लटका हुआ था। यह देख महिला के मुंह से चीख निकल गई। परिवार और आसपास के लोगों ने उसे फंदे से उतारा और अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
उधर, सुरक्षा एजेंसी के गार्ड ने अज्ञात कारणों के चलते घर में ही फांसी लगाकर जान दे दी । गोविंद नगर टिगरिया रोड पर रहने वाले कृष्ण पाल पिता जमादार सिंह परिहार 40 ने अपने घर के किचन में देर रात फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली, सुबह पत्नी पिंकी उठी तो पति को फंदे पर लटका हुआ देख शोर मचाया तो परिवार के दूसरे सदस्यों ने कृष्णपाल को फांसी पर से उतारा , लेकिन तबतक उसकी मौत हो चुकी थी। शव जिला अस्पताल में भेजा गया। दोनों ही मामलों में में पुलिस मर्ग कायम कर आत्महत्या के कारणों की जांच शुरू कर दी है।
एसिड पीकर दी जान
कनाडिय़ा थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने अज्ञात कारणों के चलते एसिड पी लिया। तबियत बिगडऩे पर परिवार के लोग उसे उपचार के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। जानकारी के अनुसार मित्रबंधु नगर में रहने वाले 50 वर्षीय इंद्रजीत पिता बाबूलाल की कल रात घर में अचानक तबियत बिगड़ी तो परिजनों को पता चला कि उन्होंने एसिड पीया है। इस पर परिजन तत्काल ईलाज के लिए अस्पताल लेकर आए, जहां इंद्रजीत की मौत हो गई। अस्पताल की सूचना पर पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर शव को एमवाय अस्पताल की मच्र्यूरी में रखवाया। पुलिस का कहना है कि मामले में जांच के बाद मौत के कारणों का पता चल सकेगा।