Deepak Sungra - indoreexpress.com 23-Jul-2018 04:12 am
इंदौर (सुरेश कपोनिया)। एमवाय अस्पताल के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी हड़ताल आज से शुरू हो गई। जूनियर डॉक्टर पिछले कई दिनों से स्टायफंड बढ़ाने की मांग को लेकर समानांतर ओपीडी चला रहे थे, लेकिन मांगें नहीं मानी गई तो आज से हड़ताल शुरू कर दी गई। ओपीडी में ताले लग गए। डॉक्टरों के साथ नर्सिंग स्टाफ, टेक्निशियन स्टाफ और अन्य कर्मचारी भी काम नहीं कर रहे। सुबह जैसे ही मरीज और परिजन इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे तो हड़ताल के चलते उन्हें भारी परेशानी उठाना पड़ी।
प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में आए दिन डॉक्टरों की हड़ताल होती रहती है, लेकिन एमवाय प्रशासन और सरकार डॉक्टरों की मांगों पर ध्यान नहीं देता है। बताया गया है कि अस्पताल के इतिहास में आज की हड़ताल अब तक की सबसे बड़ी हड़ताल है जिससे कोई भी कर्मचारी यहां काम नहीं कर रहा है। नई, पुरानी ओपीडी में सुबह हड़ताली कर्मचारियों ने ताले लगा दिए। इससे सीनियर डॉक्टर भी ओपीडी में नहीं जा पाए। जो मरीज यहां भर्ती थे उन्हें तो परेशानी हो ही रही है। साथ ही सुबह इलाज के लिए दूर-दूर से जो मरीज और परिजन यहां आए उन्हें भी परेशानी हुई और यहां से लौट गए तथा निजी अस्पतालों में जाकर इलाज कराया।
मरीज भागने लगे
यहां भर्ती मरीज भी इलाज के लिए निजी अस्पतालों में जाने लगे। परिजनों ने ताबड़तोड़ उनकी छुट्टी कराई। संयुक्त मोर्चा के तहत आज की हड़ताल हुई है। मोर्चा के अध्यक्ष सोहनलाल वर्मा ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन और सरकार से लगातार मांगों को लेकर चर्चा कर रहे थे, लेकिन किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया। उल्लेखनीय है अस्पताल में इलाज के लिए इंदौर के अलावा देवास, धार, खरगोन, खंडवा, महू, सांवेर, पीथमपुर आदि क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में मरीज आते है।