Deepak Sungra - indoreexpress.com 18-Oct-2018 05:15 am
इंदौर (सुरेश कपोनिया)।
ग्रामीण क्षेत्र के अपेक्षित कार्यकर्ताओं की रायशुमारी भाजपा कार्यालय पर पर्यवेक्षक तपन भौमिक के समक्ष हुई। चारों विधानसभाओं की रायशुमारी मात्र एक घंटे में निपट गई। इसमें 126 कार्यकर्ताओं ने संभावित नाम दिए। सर्वाधिक नाम विधानसभा महू के लिए 40 नाम उभरकर आए। वहीं राऊ विधानसभा में भाजपा के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय व रमेश मेंदोला रायशुमारी में पहली पसंद बनकर सामने आए हैं। वहीं सांवेर में तीन सोनकरों की जंग से पार्टी के सामने पेचिदा स्थिति बन गई है।
जबकि महू में भाजपा के इतने नेता नहीं हैं कि वे चुनाव में फतह हासिल कर सके। दोपहर डेढ़ बजे शुरू हुई रायशुमारी में सबसे पहले राऊ, महू, सांवेर के बाद अंत में देपालपुर के कार्यकर्ताओं ने पर्ची में तीन-तीन नाम लिखकर भौमिक को दिए। इस दौरान कैलाश विजयवर्गीय, मनोज पटेल, राजेश सोनकर उपस्थित थे। रायशुमारी में इस बार परिवारवाद को बढ़ावा देने कार्यकर्ताओं ने राजेश सोनकर, सावन और राजेश सोनकर के नाम दिए। इसके अलावा ताई समर्थक परसराम वर्मा ने भी दावेदारी जताई।
सोनकर को फटकारा
रायशुमारी में तय किया गया था कि सभी कार्यकर्ता व विधायक समय पर ही पहुंचे। बाद में पहुंचने पर उन्हें अंदर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। सांवेर विधायक रायशुमारी खत्म होने के पन्द्रह मिनट पहले पहुंचे। उनके आते ही जिलाध्यक्ष अशोक सोमानी ने उन्हें फटकार लगाते हुए कहा कि समय पर आने की बात कही थी, आप बाहर जा सकते हैं। बाद में वरिष्ठ नेता देवराजसिंह परिहार ने हस्तक्षेप कर सोनकर को अंदर बैठने दिया।
झा आए तो सभी लौट गए
जनआशीर्वाद यात्रा को लेकर कार्यकर्ताओं से मार्गदर्शन लेने आए झा के भाजपा कार्यालय में प्रवेश करते ही सभी विधायक गायब हो गए। केवल महापौर मालिनी गौड़ ही मौजूद रही।
राऊ विधानसभा में पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पहली पसंद बनकर रायशुमारी में आगे रहे हैं। वहीं रमेश मेंदोला दूसरी पसंद बनकर सामने आ रहे हैं। विजयगर्वीय और मेंदोला के मामले में रायशुमारी देने वाले नेताओं का कहना था कि कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के सामने ये कद्दावर नेता ही विजय दिला सकते हैं। जीतू जिराती, मधु वर्मा, बबलू शर्मा, रवि रावलिया के नाम भी रायशुमारी में सामने आए हैं।
प्रतिष्ठा बनी जनआशीर्वाद यात्रा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की 21 तारीख की जनआशीर्वाद यात्रा भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गई है। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व केन्द्रीय मंत्री स्मृति इरानी के सामने हुई भीड़ को लेकर किरकिरी पार्टी के लिए मुसीबत बन गई है। स्थानीय इकाई के साथ-साथ प्रदेश इकाई को भी इस मामले में कटघरे में खड़े होना पड़ा है। अब चौहान की यात्रा पार्टी के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गई है। राऊ से नगर में प्रवेश के बाद सब जगह घुमाना व भीड़ जुटाना तेड़ी खीर साबित हो रहा है। विधायकों को इसके लिए विशेष भीड़ जुटाने के दिशा निर्देश भी दे दी गए हैं।