Deepak Sungra - indoreexpress.com 31-Oct-2018 05:44 am
केवड़िया (गुजरात). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां बुधवार को सरदार वल्लभ भाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। इससे पहले उन्होंने गंगा, यमुना, नर्मदा समेत 30 छोटी-बड़ी नदियों के जल से प्रतिमा के पास स्थित शिवलिंग का अभिषेक किया। 30 ब्राह्मणों ने मंत्रोच्चार किया। सरदार सरोवर पर बनी पटेल की यह प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ दुनिया में सबसे ऊंची है। मोदी ने कहा, ‘‘बीते चार सालों में कई महापुरुषों के संग्रहालय जैसे हरियाणा में सर छोटूराम, कच्छ में श्यामजी कृष्ण वर्मा का स्मारक बनाया गया है। 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाने का ऐलान किया गया है। लेकिन कुछ लोग इसे राजनीति के चश्मे से देखने का प्रयास करते हैं। ऐसा अनुभव कराया जाता है कि हमने बहुत बड़ा अपराध कर दिया हो।’’
सरदार पटेल के इरादों जैसी मजबूत चट्टान नहीं मिली
मोदी ने कहा, ‘‘जब मैं यहां की चट्टानें देख रहा था तो लगा कि इतनी बड़ी प्रतिमा के लिए कोई चट्टान इतनी मजबूत नहीं थी। दुनिया की ये सबसे ऊंची प्रतिमा उस व्यक्ति के साहस, संकल्प की याद दिलाती रहेगी जिसने मां भारती को खंड-खंड टुकड़ों में करने की साजिश को नाकाम किया। ऐसे महापुरुष को मैं शत-शत नमन करता हूं। जब मां भारती 550 रियासतों में बंटी थी और दुनिया में भारत के भविष्य को लेकर निराशा थी, सभी को लगता था कि भारत अपनी विविधताओं की वजह से बिखर जाएगा। सभी को एक ही किरण दिखती थी और वो थे- सरदार वल्लभ भाई पटेल।’’
मोदी ने फूलों की घाटी देखी
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के लोकार्पण से पहले मोदी ने यहां फूलों की घाटी ‘एकता नर्सरी’ का दौरा किया। मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए 2003 में इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी। इस परियोजना पर 2013-14 में काम शुरू हुआ था। मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद फूलों की घाटी के निर्माण कार्य में तेजी आई है। गुजरात सरकार ने इसके लिए 12 करोड़ रुपए का बजट मंजूर किया है।