क्या आप जानते हैं कि इस साल इंदौर के स्कूलों में दशहरा की छुट्टियां कब शुरू होंगी? अधिकांश सरकारी और निजी स्कूल 27 अक्टूबर से 2 नवंबर तक बंद रहते हैं, फिर 3 नवंबर को पढ़ाई फिर से शुरू होती है। यानी कुल सात दिन की लंबी छुट्टी मिलती है। अगर आपके बच्चे की स्कूल कैलेंडर अलग है, तो स्कूल से सीधे पुष्टि कर लें।
छुट्टियों के दौरान स्कूल बस सेवा अक्सर बंद हो जाती है। कई स्कूल अपने बसों को वैकल्पिक शेड्यूल पर चलाते हैं, जैसे केवल अपॉइंटमेंट‑बेस्ड ट्रांसपोर्ट या पिक‑अप‑ड्रॉप। अगर आपके बच्चे को नियमित बस की जरूरत है, तो स्कूल के प्रिंसिपल या ट्रांसपोर्ट अधिकारी से पूछें कि क्या कोई वैकल्पिक व्यवस्था है। कुछ स्कूल ऑनलाइन असाइनमेंट देना शुरू कर देते हैं, इसलिए इंटरनेट की मैनेजमेंट पहले से कर लें।
दशहरा की छुट्टियां अक्सर मध्य सेमेस्टर की परीक्षाओं के बीच आती हैं। कई स्कूल इस अवसर पर रिवीजन क्लासेस या प्रैक्टिस टेस्ट रखते हैं। अगर आपके स्कूल ने रिवीजन शेड्यूल जारी किया है, तो उसे फॉलो करें, नहीं तो बच्चे की तैयारी में गैप नहीं रहना चाहिए। असाइनमेंट की डेडलाइन भी आमतौर पर छुट्टियों से पहले या बाद में सेट की जाती है, इसलिए टाइम टेबल को ध्यान से देखें।
छुट्टी के दिन घर में पढ़ाई का टाइमटेबल बनाना मददगार रहता है। बच्चों को हर दो घंटे के बाद 15 मिनट का ब्रेक देना चाहिए, ताकि ध्यान बना रहे। साथ में कुछ मजेदार एक्टिविटी जैसे विज्ञान प्रयोग, किताब पढ़ना या कला‑कृषि कार्य को शामिल कर सकते हैं। इससे बच्चा आराम के साथ-साथ सीख भीता रहेगा।
अगर आपका बच्चा ऑनलाइन क्लास कर रहा है, तो इंटरनेट कनेक्शन की जांच पहले ही कर लें। कई बार नेटवर्क लोड कम होने के कारण क्लास में रुकावट आती है। ऐसे में वीकेंड या शाम को बैकअप क्लास या रीकॉर्डेड लेक्चर देखना फायदेमंद रहेगा।
छुट्टी के बाद स्कूल वापस जाने पर अक्सर नई रूटीन शुरू होती है। माता‑पिता को अपने बच्चों को सोने और उठने के समय को फिर से सेट करना चाहिए, ताकि स्कूल शेड्यूल में कोई गड़बड़ी न हो। सुबह जल्दी उठकर हल्का व्यायाम या योग करने से मन और शरीर दोनों ताज़ा रहेंगे।
दशहरा की छुट्टियां मतलब सिर्फ़ आराम नहीं, बल्कि परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताने का मौका भी है। मंदिर या पवित्र धाम की यात्रा, मिठाई बनाना, या घर में छोटी‑छोटी खेल प्रतियोगिताएं आयोजित करना बच्चों के लिए अच्छा रहेगा। ये एक्टिविटी उनकी सामाजिक और भावनात्मक विकास में मदद करती हैं।
आखिरकार, दशहरा स्कूल छुट्टी का सही उपयोग तभी संभव है जब आप योजना बनाकर चलें। स्कूल कैलेंडर, ट्रांसपोर्ट अपडेट, परीक्षा शेड्यूल और घर की पढ़ाई की रूटीन को एक साथ जोड़ें। इस तरह आपका बच्चा न तो पढ़ाई में पीछे रहेगा और न ही छुट्टियों की मस्ती से कोई कमी महसूस करेगा।
कर्नाटक और तेलंगाना में स्कूलों को नवरात्रि-दशहरा के दौरान 22 सितंबर से 8 अक्टूबर 2025 तक 17 दिन की लंबी छुट्टी मिलेगी। ईद-ए-मिलाद (5 सितंबर) भी अलग से बंद रहेगा। तेलंगाना में बथुकम्मा और कर्नाटक में मैसूरु दशहरा जैसे बड़े आयोजनों को देखते हुए कैलेंडर तय हुआ है। सरकारी और निजी दोनों तरह के स्कूल बंद रहेंगे और अकादमिक कैलेंडर समायोजित होगा।