क्या आपने कभी कर्नाटक के बारे में सोचा है? यह दक्षिण भारत का एक बड़ा राज्य है जिसमें समृद्ध इतिहास, विविध संस्कृति और शानदार प्राकृतिक दृश्य मिलते हैं। अगर आप यात्रा की योजना बना रहे हैं या सिर्फ कर्नाटक के बारे में जानना चाहते हैं, तो नीचे दिया गया गाइड मददगार रहेगा।
कर्नाटक के सबसे बड़े शहर बंगलोर (बेंगलुरु) को भारत का सिलिकॉन वैली कहा जाता है। यहाँ कई आईटी कंपनियां, स्टार्ट‑अप और आधुनिक मॉल मौजूद हैं, लेकिन साथ ही सुंदर उद्यान और ऐतिहासिक मंदिर भी हैं। बंगलोर का मौसम साल भर तुलनात्मक रूप से ठंडा रहता है, इसलिए यहाँ ठंड के शौकीन भी खुश होते हैं।
मैसूर, कर्नाटक की सांस्कृतिक दिल है। यहाँ का दरबार, चमकदार महल और वार्षिक दसराह उत्सव आपको प्राचीन राजाओं की याद दिलाता है। मैसूर पैक, एक मीठा, और मैसूर पुलीरिया पूरे भारत में मशहूर हैं। मैसूर के आसपास के बाग़, मंदिर और जू (जु) भी पर्यटकों के लिये आकर्षण हैं।
हुबली (हुबली) और उडुपी भी उल्लेखनीय हैं। उडुपी को ‘भारत का लोहा द्वीप’ कहा जाता है क्योंकि यहाँ की हरे‑भरे पहाड़ियों पर स्थित रेनफ़ॉरेस्ट बहुत सुन्दर दिखती है। हुबली में कई प्राचीन मंदिर और काली नूडल्स (शेंवल) खाने को मिलते हैं।
कर्नाटक का खाना निराला है। यहाँ की सबसे लोकप्रिय डिश बिसी बड़े बाथ है – चावल, दाल, सब्ज़ी और दही का मिश्रण, जो एक साथ मिलाकर पिया जाता है। रागी मूड्डे (रागी से बना मोटा गोल) भी यहाँ के ग्रामीण इलाकों में रोज़मर्रा की रोटी जैसा खाया जाता है।
समुद्रतट वाले क्षेत्रों में आप किवड़ी (समुद्री मछली की करी) और नेन्नर्गे (केले की चटनी) का स्वाद ले सकते हैं। मैसूर पैक, एक मीठा ब्रेस्केट, पूरे भारत में पसंद किया जाता है और इसे अक्सर त्योहारों में बनाया जाता है। अगर आप तड़का‑वाले खाने के शौकीन हैं, तो कोरन (कोरन) और इडली‑डोसा यहाँ के नाश्ते में मिलते हैं।
कर्नाटक के बाजारों में कढ़ाई वाले जूट (जूट के बिस्किट) और दालि बेकरी के स्नैक्स आसानी से मिलते हैं। ये चीज़ें न सिर्फ स्वाद में बेहतरीन हैं, बल्कि पोषक तत्वों से भी भरपूर हैं।
यदि आप प्रकृति के दीवाने हैं, तो कोडगर (कोडगु) के कॉफ़ी प्लांटेशन और ऊँची पहाड़ियों की सैर करें। यहाँ की हरी-भरी घाटियां और जल प्रवाह आपको शांति दे देते हैं। हंपी (हम्पी) का खंडहर यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है; यह बौद्ध, जैन और हिन्दू मंदिरों का मिश्रण है, जो इतिहास में रुचि रखने वालों को आकर्षित करता है।
बदामी (बदामी) में शिल्प कला के अद्भुत पाथरों के साथ-साथ सुंदर जलप्रपात भी हैं। अगर आप समुद्र तट देखना चाहते हैं, तो गोकर्न (गोकर्ण) और कुदली (कुडली) का समुद्र तट क्लियर वाटर और साफ़ रेत प्रदान करता है।
यहाँ के स्थानीय लोग बहुत ही मेहमाननवाज होते हैं। आपको यात्रा के दौरान राइड‑शेयरिंग, स्थानीय टैक्सी या एसटीसी बस से आसानी से कहीं भी पहुँच सकते हैं। डेटावाणीज़ या मोबाइल एप्लिकेशन की मदद से सीधे ड्राइवर बुक करना भी सरल है।
अंत में, कर्नाटक एक ऐसा राज्य है जहाँ इतिहास, संस्कृति, खाना और प्राकृतिक सुंदरता एक साथ मिलते हैं। चाहे आप बंगलोर की टेक सीन देखना चाहते हों या हंपी के खंडहरों में इतिहास महसूस करना चाहते हों, कर्नाटक में हर किसी के लिये कुछ न कुछ खास है। अब देर किस बात की, अपनी बैग पैक करें और कर्नाटक की सैर शुरू करें!
कर्नाटक और तेलंगाना में स्कूलों को नवरात्रि-दशहरा के दौरान 22 सितंबर से 8 अक्टूबर 2025 तक 17 दिन की लंबी छुट्टी मिलेगी। ईद-ए-मिलाद (5 सितंबर) भी अलग से बंद रहेगा। तेलंगाना में बथुकम्मा और कर्नाटक में मैसूरु दशहरा जैसे बड़े आयोजनों को देखते हुए कैलेंडर तय हुआ है। सरकारी और निजी दोनों तरह के स्कूल बंद रहेंगे और अकादमिक कैलेंडर समायोजित होगा।