Indore Bureau - indoreexpress.com 22-Dec-2020 06:37 pm
इंदौर । मंगलवार का सूरज मशहूर फनकार प्रभात चटर्जी के लिए एक नई शुरुआत लिए आया। वर्षों तक जो शोहरत की चांदनी से घिरा रहा उसे जब तन्हाई का अंधेरा मिला तो तन-मन दोनों से वे हिम्मत हार गए। पर उनके चाहने वालों ने अपने स्तर पर प्रयास किए और प्रशासन ने भी भूले-बिसरे कलाकार की सुध ली। हर सुबह की तरह प्रभात चटर्जी एक बार फिर अपने कमरे से निकलकर खुले मैदान में आकर बैठे तो वापसी पर इस बार वे उसी अंधेरे कमरे में नहीं गए बल्कि एक ऐसी महफिल में पहुंच गए जहां उन्हीं की तरह अपनों से ठुकराए हुए कई उम्रदराज लोग रह रहे हैं। नईदुनिया द्वारा प्रकाशित खबर पर संज्ञान लेते हुए कलेक्टर मनीष सिंह ने संवेदनशीलता दिखाई और शहर के सबसे पुराने ऑर्केस्ट्रा चटर्जी ग्रुप के संस्थापक प्रभात चटर्जी को बेहतर जीवन देने का प्रयास किया।